संत मोनिका पर्व, 2023

संत मोनिका पर्व के दिन सभी मातायें अपनी निर्धारित समय अनुसार सुबह 8:30 बजे के लिए चर्च में जमा होने लगी। उ‌द्घ़ोषिका श्रीमती शालिनी द्वारा किया गया। पवित्र मिस्सा के मुख्य अनुष्ठाता फा. आनंद सुरीन (पल्ली पुरोहित) थे।
प्रवेश नाच खोरहाटोली की माताओं द्वारा किया गया। फिर हाथ धोवन की विधि तथा ततपश्चात दीप प्रज्वलन की विधि हुई। संत मोनिका की तस्वीर पर माल्यापर्ण हुआ। मिस्सा गाना पाहन टोली की माताओं के द्वारा किया गया । बाइबल जुलूस न्यू जेवियर नगर द्वारा बहुत ही सुंदर ढंग से किया गया | पहला पाठ श्रीमती ग्रेस किसपोट्टा एवं दूसरा श्रीमती सोनी मिंज द्वारा पढ़ा गया। उपदेश में संत मोनिका की जीवनी पर प्रकाश डाला गया। फिर समाप्ति के बाद मेहमानों को चाय बिस्किट दिया गया। फिर खोरहाटोली की माताओं के द्वारा ‘परिघा कर स्कूल मैदान तक लाया गया।

स्टेज संचालन ममता एवं मंजरी के द्वारा किया गया। स्वागत गान मरियम टोली के द्वारा किया गया । फिर सभी मेहमानों को बैज लगाया गया तथा पल्ली कमिटी द्वारा विशेष मेहमानों को माला पहनाया गया। स्वागत के बाद पल्ली महिला संघ की समानेत्री श्रीमती सिल्विया एक्का द्वारा भाषण दिया गया। जो नवविवाहितों के लिए, माताओं के नेतृत्व में उत्साह एव जोश भरने वाला था।

स्वागत भाषण के बाद संडे क्लास के बच्चों द्वारा नाच प्रस्तुत किया गया । नाच के बाद महिला संघ की सचिव श्रीमती सोनी मिंज द्वारा वार्षिक पल्ली प्रतिवेदन एवं हर यूनिट का संक्षिप्त प्रतिवेदन पढ़ा गया। रिपोर्ट के बाद गाड़ीगाँव की बहनों के द्वारा आदिवासी नाच प्रस्तुत किया गया । नाच के बाद सि. रेशमा के द्वारा संदेश दिया गया। सि. रेशमा के संदेश के बाद श्रीमती जसिंता खलखो पल्ली खाजांची द्वारा साल भर (1st August से 31 जुलाई 2023) का आय व्यय का रिपोर्ट पढ़ कर सुनाया गया। रिपोर्ट के बाद शांतिनगर की बहनों के द्वारा संत मोनिका की जीवनी को झांकी रूप में प्रस्तुत किया गया।

काथलिक सभा के सभापति श्री. पौल कुल्लू द्वारा संदेश दिया गया उनके बाद युवा संघ के अध्यक्ष श्री अमन बाखला ने संत मोनिका के आदर्शों एवं गुणों को माताओं के समक्ष रखा। संदेश के बाद युवा संघ द्वारा बहुत ही सुंदर एवं जोश भरा सम्बलपुरी नाच प्रस्तुत गया । इसके पश्चात- छोटे बच्चों द्वारा लक्की ड्रॉ किया गया। इसमें 10 प्रतिभागी को सांत्वाना (100रु.), 2 प्रतिभागी को तीसरा (200 रु.) 2 प्रतिभागी को दूसरा (300) एवं पहला पुरस्कार (500रू) दिया गया। इसके बाद सभी भोजन ग्रहण किये। इसी बीच अंत में श्री. अन्ना मुंडू पल्ली उपसमानेत्री द्वारा एक -एक व्यक्ति को उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया गया |

Youth Meet 2023

2nd July 2023, A Youth Meet and Welcome Programme for all the new Youth Members was organized on the 2nd of July, 2023 in Don Bosco Parish, Kokar. The programme took place in the Parish Hall at around 12:00 PM. The chief guests for the program were our new Parish Priests – Fr. Anand Surin, Fr. Abhay, Fr. Puneet, Fr. Sujeet, Fr. Kuldip, Fr. Babu Vargai, Br. Atul, Br. Bimal, Sr. Kiran, and Sr. Rajni.

Our Chief Guests, Fathers, Brothers, and sisters were welcomed by a welcome song sung by the Youth Members. The Youth Members also put a Batch on their Clothing as well as Honoured them with a traditional shawl. At the beginning of the programme the lighting of the candle took place. The Programme then Began with a prayer Dance prepared by the Youth Members.

Performances like dancing, singing, etc. Was prepared by the Youth Members of each unit of the Kokar Parish. An Action song was also prepared by the Youth Members which was highly enjoyed.  Games such as Dumb Charades and Blowing the Candle brought even more excitement to the programme. All dances and songs performances video is available on our youth channel.

A PowerPoint Presentation by the Website Members of the Kokar Parish was also presented. Our Dear Fr. Puneet even advised the youth members by giving the example of a pencil. He said – “Everyone should rectify their mistakes and leave a mark.” Fr. Anand Surin our Parish Priest also encouraged us to continue participating in activities.
Lastly, a Vote of thanks was given at the end of the programme. After the vote of thanks for this programme, everyone was served, Lunch. And to top it off Everyone danced at the end, everyone was very happy and the programme was successful by the grace of God.

एक दिवसीय युवा सम्मेलन(2023)

दिनांक 21 मई 2023, दिन रविवार को एक दिवसीय युवा सम्मेलन का आयोजन रांची महा धर्मपांतीय युवा सदस्यो ने संत जोसेफ क्लब में किया था। इस युवा सम्मेलन में पूरे रांची के सभी पारिशों ने भाग लिया था। सम्मेलन का उद्देश्य था कि नये
जगत के युवाओं को ईश्वर के करीब लाना और उन्हें ईश्वर के प्रेम का एहसास दिलाना।
सम्मेलन की शुरुआत मिस्सा बलिदान से किया गया। मिस्सा बलिदान के मुख्य अनुष्ठाता फा. दीपक किण्डो SDB थे। फा. ने प्रवचन में हम युवाओं को बपतिस्मा का रहस्य बताया। कि जिन काथलिक ख्रिस्तीयों ने बपतिस्मा ग्रहण किया है वे सब दूसरों को बपतिस्मा देने का सामर्थ्य रखते हैं। वे दूसरों को बपतिस्मा के द्वारा ईश्वर के करीब ला सकते है। मिस्सा बलिदान के समापन होने के बाद दीप प्रज्वलन किया गया । फिर स्वागत के साथ कार्यक्रम की शुरूआत हुई ।
स्वागत गान के पश्चात् फादर दीपक ने प्रवचन दिये जिसमें उन्होंने हमें प्रार्थना करने का महत्व को युवाओं को बताया। बाइबल कि बातें बताई, काथलिक जीवन के महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर प्रकाश डाला।
प्रवचन समापन के बाद प्रतियोगिता हुई जिसका विषय था
“आज के काथलिक युवा जिम्मेदार या लापरवाह ” इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए हर पारिश से दो सदस्यों को गुटों में बांटा गया। उसके बाद उन सभी को पक्ष-विपक्ष के दो गुटों में बाँटा गया और उनके बीच ‘प्रतियोगिता कराई गई।
प्रतियोगिता समाप्त हुई उसके बाद हमें भोजन दिया गया। फिर बाइबल क्विज कराया गया और उसके बाद फैशन शो कराया गया। फैशन शो में बाइबल के किसी चरित्र से संबंधित पात्रों का पहनाव दिखाना था । फैशन शो के समाप्ति के बाद विभिन्न पारिशों के द्वारा धार्मिक गीतों पर नाच दिखाया गया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन के साथ सम्मेलन को समाप्त किया गया। फिर कुछ समय के लिए, मनोरंजन लिए झारखण्ड के नागपुरी गीतों पर सभी ने नाच गान किया और इस तरह से एक दिवसीय युवा समय का समापन हुआ।

सफेद रविवार (2023)

माता कलीसिया पास्का रविवार के बाद का रविवार को सफेद रविवार का पर्व के रूप में मनाती है। जिसमें ख्रीस्तीय बच्चे पहली बार प्रभु येसु ख्रीस्त को रोटी  और दाखरस के रूप में ग्रहण करते हैं।

इस वर्ष 16 अप्रैल 2023 को कुल 126 बच्चों ने ( जिसमें 67 लड़के एवं 56 लड़कियां थी) प्रभु येसु को पहली बार रोटी और दाखरस के रूप में ग्रहण किये अर्थात् पहला परमप्रसाद लिए। इस संस्कार को ग्रहण करने के लिए बच्चों को संडेक्लास के माध्यम से विशेष रूप से तैयार किया गया। करीब 1 महीने की तैयारी के बाद बच्चों को यह संस्कार दिया गया।

16 अप्रैल को प्रातः दूसरी मिस्सा में फा. चार्ल्स खलखो और अन्य पुरोहितों द्वारा बच्चों को यह संस्कार दिया गया। सबसे पहले बच्चों का सामुहिक फोटो लिया गया। फिर मोमबत्ती और बच्चों की आशीष हुई। प्रवेश नाच के द्वारा बच्चे और पुरोहित चर्च के अंदर प्रवेश किये। मिस्सा का संचालन मुख्य रूप से पल्ली पुरोहित फा. चार्ल्स खलखो द्वारा किया गया। बाइबल और गाना का संचालन संडेक्लास के बच्चों द्वारा किया गया।

जुलूस में छोटे-छोटे बच्चों ने सुंदर नाच के द्वारा बाइबल को वेदी तक लाया।  पहला पाठ सिंल्डैंश हेमरोम तथा दूसरा पाठ केनिशा कुल्लू तथा सुसमाचार डिकन रोशन द्वारा पढ़ा गया। ‌ फिर फा. चार्ल्स द्वारा प्रेरणादायक उपदेश दिया गया। उन्होंने फ्रांसीसी नेपोलियन बोनापार्ट एवं लिसिक्स की संत तेरेसा के बारे में बताया। उन्होंने यह भी कहा कि “हम परम प्रसाद इसलिए नहीं ग्रहण करते क्योंकि हम अच्छे हैं बल्कि इसलिए ग्रहण करते हैं क्योंकि हम अच्छे बनने जाते हैं।”

उपदेश के बाद बच्चों की प्रस्तुतीकरण की विधि हुई। जिसमें बच्चों ने कुछ प्रतिज्ञाएं लीं। फिर निवेदन और निवेदन के बाद चढ़ावा कि धर्म विधि हुई। तत्पश्चात मिस्सा के मुख्य भाग परमप्रसाद की धर्म विधि में पहुंचे जिसमें बच्चों ने पहली बार येसु ख्रीस्त को रोटी और दाखरस के रूप में ग्रहण किया। परम प्रसाद की धर्म विधि के बाद अंकिता शौरोन तिर्की एवं मोहित विपुल हेमरोम के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया।  इसके बाद सहायक पल्ली पुरोहित फा. अभय मिंज तथा  पल्ली पुरोहित फा. चार्ल्स खलखो ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।

मिस्सा की समाप्ति के बाद अंत में पारिश हॉल में बच्चों को रोज़री, गिफ्ट और नाश्ता दिया गया।

पास्का जागरण (2023)

पास्का रात्रि जागरण हम ख्रीस्तीय विश्वासियों के लिए सबसे पावन और महत्वपूर्ण रात होता है। इस रात्रि जागरण में हम सब ख्रीस्त से मिलने व उनका अभिवादन करने के लिए उत्साहित होते हैं। यह वही रात है जब हमारे प्रभु येसु मृतकों में से जी उठते हैं।
वर्ष 2023 का पास्का रात्रि जागरण की धर्मविधि दिनांक 8 अप्रैल रात 10:00 बजे प्रारंभ हुई। जिसमें गीत संचालन कोकर पल्ली के युवाओं तथा विंसेंट डी पॉल की धर्मबहनों के द्वारा हुआ। पास्का जागरण कि धर्म विधि के विशेष 4 भाग होते हैं:-
पहला – प्रकाश की धर्म विधि
दूसरा – शब्द समारोह
तीसरा – बपतिस्मा समारोह
चौथा – यूखारिस्तीय समारोह

प्रकाश की धर्मविधि के प्रारंभ में पास्का मोमबत्ती लाई जाती है। जो ‘ख्रीस्त’ का प्रतीक होता है। धर्मविधि शुरू होने से पहले सभी बत्तियां बुझा दी गई। सर्वप्रथम ख्रीस्त का गुणगान करते हुए पास्का मोमबत्ती जलाई जाती है और उसके बाद उस पास्का मोमबत्ती से सभी अपनी-अपनी मोमबत्ती जलाते हैं और अंधकार को दूर कर चारों ओर प्रकाश फैल जाता है।
प्रकाश की धर्मविधि की समाप्ति के बाद शब्द समारोह प्रारंभ होता है। जिसमें पवित्र बाइबल से पांच पाठ पढ़ा गया। चालीसा काल में महिमा गान नहीं गाते हैं। चौथे पाठ के बाद पास्का रात्रि के दिन हम लोगों ने महिमा गान गाया और महिमा गान के वक्त धर्मक्लास के बच्चों ने ईसा मसीह के जी उठने का झांकी भी दिखाया, प्रभु येसु के जीवित होने की खुशी में फटाके भी फोड़े गए। पाठ पढ़ने के बाद मुख्य अनुष्ठाता फा. अरविंद ने हमें उपदेश दिया। उन्होंने नागपुरी गीत “शादी लव वाला नहीं, अरेंज कीजिए लिपस्टिक का कलर थोड़ा चेंज कीजिए” के माध्यम से हमें समझाया की लिपस्टिक का कलर चेंज करना मतलब ‘जीवन जीने का तरीका बदलना’ है। “हम दिल दे चुके सनम” इस प्रकथन से बताया कि हम ख्रीस्तीय लोग जन्म लेने के बाद जब बपतिस्मा ग्रहण करते हैं उसी वक्त हम हमारा दिल और अपने आपको परमेश्वर पिता को सौंप देते हैं।

इसके बाद, सब लोगो ने बपतिस्मा का प्रतिज्ञा दुहराया । जिसमें जल को आशीष किया गया , फिर हम सब विश्वासियों ने मोमबत्ती जलाई और हम सभी विश्वासियों पर पवित्र आशीष जल छिड़काया गया। जो हमें, हमारे बपतिस्मा की याद दिलाता है। फिर अंतिम धर्मविधि पवित्र युखारिस्तीय समारोह प्रारंभ हुआ जिसमें धर्मसार नहीं गाया गया और निवेदन पढ़ा गया, परमप्रसाद की धर्मविधि हुई और इसके साथ पास्का रात्रि का समापन हुआ। मिस्सा समाप्त होने के बाद हम सब युवा संघ ने सभी पुरोहितों के साथ कुछ खान-पान किया, नाचे गाये और प्रभु येसु के जीवित होने पर उत्सव मनाया।

पुण्य शुक्रवार (2023)

पुण्य शुक्रवार का पर्व हम पवित्र क्रूस पर येसु मसीह के दु:खभोग, व मरण की याद में मनाते हैं। पुण्य शुक्रवार को “गुड फ्राइडे” के नाम से भी जाना जाता है। वास्तव में यह सबसे बड़ा शुभ दिन है, क्योंकि आज के दिन, येसु ने क्रूस  पर अपने प्राणों की आहूति चढ़ाकर, हमारी मुक्ति के शुभ कार्य को संपन्न किया था।

आज के दिन सर्वप्रथम हम  क्रूस का रास्ता करते हैं। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी युवाओं एवं संडे स्कूल के बच्चों द्वारा झांकी के रूप में क्रूस का रास्ता संपन्न हुआ। जिसका नेतृत्व अंजली ग्रेस, नमिता, आशित और महिला संघ की माताओं के द्वारा किया गया।  फिर कुछ समय के ब्रेक के बाद धर्मविधि शुरू की गई।

आज के दिन वेदी पर बिल्कुल कुछ नहीं रहता है, ना ही क्रूस, ना ही मोमबत्ती, और ना ही कोई आवरण। आज की धर्म विधि में चार विशेष भाग हुई:-
पहला- शब्द समारोह
दूसरा – विश्ववासियों के निवेदन तथा महाप्रार्थनाएं
तीसरा – क्रूस की उपासना एवं चौथा – परम प्रसाद

आज के मिस्सा का नेतृत्व फा. सचिन IMS  द्वारा किया गया। उनके साथ अन्य सभी पुरोहित भी मौजूद थे। डिकन रोशन द्वारा मिस्सा की धर्मविधि समय -समय पर पढ़ी गई। शब्द समारोह के अंतर्गत पहला एवं दूसरा पाठ तथा पवित्र सुसमाचार पढ़ा गया। सुसमाचार के बाद फा. सचिव के द्वारा सुंदर उपदेश दिया गया। उन्होंने अपने उपदेश में बताया कि कैसे येसु मसीह के चमत्कार को देखकर कट्टरपंथी यहूदी ईर्ष्या करने लगे और उन्हें क्रूस पर लटकाया गया। क्रूस पर उन्हें 6 घंटे लटकाया गया। फा. सचिन ने इस दौरान प्रभु येसु द्वारा दिए गए 7 वचन को भी बताया, जो निम्नलिखित हैं:-
पहला – हे पिता, इन्हें क्षमा कर क्योंकि ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं?
दूसरा- मैं तुझसे सच कहता हूं कि आज ही तू मेरे साथ स्वर्गलोक में होगा।
तीसरा –  हे नारी देख ये तेरा पुत्र है तब उस चेले से कहा- यह  तेरी माता है।
चौथा – इलोक इलोक लमा शबक्तनी? हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तूने मुझे क्यों त्याग दिया?
पांचवां – मैं प्यासा हूं।
छठा – अब सब कुछ पूरा हुआ।
सातवां – हे पिता मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंप देता हूं। उन्होंने मनुष्य के प्रति पिता ईश्वर का प्रेम पर भी उपदेश दिया।

उपदेश के पश्चात निवेदन पढ़ा गया और निवेदन के बाद  क्रूस की उपासना की गई। क्रूस की उपासना के दौरान फा. सचिन, फा. चार्ल्स और डिकन रोशन क्रूस को यह कहते हुए वेदी तक लाये – “क्रूस के कांठ को देखिए जिस पर संसार के मुक्तिदाता टंगे थे”। उपासना के बाद क्रूस चुम्बन की विधि हुई।

इसके  बाद परमप्रसाद की धर्म विधि हुई। वर्षभर में, केवल आज के दिन पवित्र मिस्सा नहीं होती है। इसका कारण है, प्रभु येसु का क्रूस पर दु:खभोग व मरण।  फिर भी, परमप्रसाद हम अवश्य ग्रहण करते हैं क्योंकि  कहा गया है -“जब जब हम यह रोटी खाते और यह कटोरा पीते हैं, हम प्रभु के दु:खभोग का स्मरण करते हैं।

परमप्रसाद वितरण के बाद पुरोहित विश्वासियों पर विशेष आशीष की प्रार्थना किए  और इस प्रकार धर्मविधि समाप्त हुई फिर सभी शांतिपूर्वक अपने घर की ओर प्रस्थान किए।

पुण्य बृहस्पतिवार (2023)

“मैं मुक्ति का प्याला उठाकर प्रभु का नाम लूंगा।”
पुण्य बृहस्पतिवार ख्रीस्तीयों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। अंतिम ब्यारी की यादगार में धर्म विधि शाम में संपन्न की गई। धर्मविधि में तीन महान घटनाओं की यादगार मनाई। जिन्हें येसु ने अपनी मृत्यु के पूर्व संध्या पर अंतिम ब्यारी में संपर्क किया। इस धर्म विधि को हमने चार भागों में मनाया जिनमें पहला – प्रारंभिक विधियां और शब्द समारोह, दूसरा- पैर धोवन, तीसरा- यूखरिस्तीय समारोह, तथा चौथा- परम प्रसाद संस्कार का जूलूस तथा परम पावन संस्कार की आराधना शामिल है ।

धर्मविधि संध्या 5:30 बजे फा. पुनीत कुजुर की अगुवाई में शुरू की हुई। फा. पुनीत ने अपने उपदेशों में गाने के माध्यम से ईश्वर के प्रेम को बताया। जिसके बोल इस प्रकार है – “देखा तुझको जब से देखा तुझको यारा यू नजरे ना फेरों तुम मेरे हो मेरे तुम..”
बताया कि पुण्य बृहस्पतिवार दो संस्कारों की स्थापना का सम्मिश्रण है। पावन पुरोहिताई और पवित्र यूखरिस्तीय संस्कार ।
“पुरोहिताई” घनिष्ट संबंध को दर्शाता है। वहीं दूसरी ओर “यूखरिस्तीय” प्रभु येसु ख्रीस्त का प्रतीक है। जहां येसु स्वयं अपने को देते हैं। येसु ख्रीस्त अपने को पूर्णरूपेण मनुष्य जाति को देते हैं।
जब जब हम यूखरिस्तीय को ग्रहण करते हैं येसु ख्रीस्त का प्रभुत्व हमारे साथ होता है।
फा. ने एक पल्ली के पुण्य बृहस्पतिवार की कहानी भी बताईं जहां सहायक पल्ली पुरोहित को उपदेश सुनाने का काम दिया गया है और जब वे उपदेश देने जाते हैं तब वे गिर जाते हैं। पल्ली पुरोहित उठाने जाते हैं तब उपदेशक कहते हैं “मैं इस बलि वेदी को दृढ़ता से पकड़ा रहूंगा ताकि ना गिरूं।” इसलिए ईश्वर ने पापस्वीकार संस्कार को दिया ताकि हम शुद्ध मन से जीये और शक्ति तथा बल प्राप्त करें।
येसु ख्रीस्त हमें सेवा का पाठ बताने आए एक नए प्रकार की सेवा का पाठ। जहां येसु स्वयं नम्र और विनीत तथा अपने चेलों के पैर धोते हैं। ईश्वर हरपल हर क्षण हमारे साथ उपस्थित रहते हैं।
इसके बाद पुरोहित चेलों के स्वरूप 12 व्यक्तियों के पैर धोए और उन्हें प्रेम का चिह्न दिया।
मिस्सा के बाद पवित्र यूखरिस्त को जुलूस के द्वारा गिरजाघर तक ले जाया गया जहां सामूहिक तौर पर आराधना की गई। जिसकी अगुवाई जीसस यूथ के भाई बहनों के द्वारा किया गया। तत्पश्चात विभिन्न विश्वासियों ने इसकी अगुवाई की और येसु ख्रीस्त की उपस्थिति में बैठने का अनुभव प्राप्त किया। आराधना रात्रि 12:00 बजे तक चली |

खजूर रविवार (2023)

दिनांक 2 अप्रैल 2023 को हमने खजूर रविवार बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया। पहली मिस्सा का संचालन फा. पुनीत कुजूर ने किया। जिसमें गीत संचालन दुआंबा द्वारा किया गया तथा दूसरी मिस्सा का संचालन मुख्य रूप से बिशप थियोदोर मस्कारेन्हास द्वारा किया गया। उनके साथ अन्य पुरोहितगण भी मौजूद थे जिसमें फादर चार्ल्स खलखो पल्ली पुरोहित एवं अन्य फादरगण उपस्थित थे।
दोनों ही मिस्सा की शुरुआत स्कूल के बास्केटबॉल ग्राउंड से खजूर की आशीष द्वारा शुरू की गई। फिर विश्वासीगण जुलूस करते हुए चर्च में प्रवेश किए। पूरी मिस्सा भक्तिपूर्वक से की गई। अंत में भी विश्वासइयों ने बड़े उत्साह में खजूर फहराया |

जमगाई तीर्थयात्रा (फा. कांस्टेंट लीवन्स ये.स.के आगमन की 138वीं वर्षगांठ)

 19 मार्च 2023 गांव जमगाई हुलहुंडु में फा. कांस्टेंट  लीवन्स के आगमन की 138 वी वर्षगांठ तीर्थ यात्रा के तौर पर मनाई गई। जिसकी शुरुआत रोजरी के द्वारा हुई जो गांव के गोरोटो से सुबह 7:30 बजे शुरू होकर निर्माणाधीन गिरजाघर के समीप मिस्सा पूजा स्थल तक पहुंची।

रोजरी माला विनती का संचालन गांव के विश्वासइयों द्वारा की गई और अति मान्यवर आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो ये.स., अति मान्यवर बिशप थियोदोर मस्कारेन्हास , पुरोहितगण, धर्मबहने एवं सभी विश्वासीगण इसमें सम्मिलित हुए।

तत्पश्चात मिस्सा पूजा रांची महाधर्मप्रांत के माननीय महाधर्मअध्यक्ष अति मान्यवर  फेलिक्स टोप्पो ये.स. के करकमलों से संपन्न हुआ। बिशप थियोदोर मस्कारेन्हास एवं अन्य पुरोहितों ने मिस्सा पूजा संपन्न करने में सहयोग किया। मिस्सा  के शुरुआत में मशाल जलाया गया जो फा. कांस्टेंट लीवन्स के द्वारा दिए गए संदेश ‘आग जलती रहे’ को प्रदर्शित करता है। आर्च बिशप ने अपने संदेश में कहा कि जो विश्वास की आग फा. कॉन्स्टेंट लीवन्स  ने जलाई उसे बुझने नहीं देना है बल्कि उससे और भी लोगों को प्रज्वलित करना है । फा. कांस्टेंट के कार्यों को देखते हुए कलीसिया ने उन्हें ईश सेवक का दर्जा दिया है और उन्हें संत घोषित करने के लिए प्रक्रिया चल रही है जिसके लिए हमें प्रार्थना करने की आवश्यकता है। फा. कांस्टेंट लीवन्स बेल्जियम से आए थे और उन्होंने आदिवासियों के बीच विश्वास की आग जलाई जिसके हम सभी साक्षी है। 

मिस्सा के तत्पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ जहां श्रीमती शिल्पी नेहा तिर्की मांडर विधायक और श्री बंधु तिर्की पूर्व शिक्षा मंत्री झारखंड सरकार बतौर अतिथि शामिल हुए और अपने संदेशों से हमें अनुग्रहित किया और बताया कि किस प्रकार मिशनरियों ने आदिवासियों के बीच शिक्षा का प्रचार प्रसार किया और निस्वार्थ योगदान दिया। फा. कांस्टेंट लीवन्स  के गुणों को देखकर अपने जीवन में अपनाने की बात कही ।

तीर्थ यात्रा में विभिन्न पल्लियों से लगभग 7000 से अधिक तीर्थयात्रियों ने भाग लिया। जिसमें  कोकर पारिश से 350 अधिक माता-पिता, भाई-बहनों ने तीर्थ यात्रा में भाग लिया।

Christmas Celebration , 2022

होली एंजेल चर्च कोकर में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ क्रिसमस मनाया गया। इसकी तैयारी में नोविना एवं आगमन रिट्रीट किए गए। क्रिसमस के शुभ अवसर पर हमारे पल्ली में 24 दिसंबर को संध्या 6:00 बजे, रात्रि 10:00 बजे और 25 दिसंबर प्रातः 7:30 बजे यूखारिस्तीय बलिदान चढ़ाया गया। शाम का मिस्सा की अगुवाई सहायक पल्ली पुरोहित फा. अभय मिंज के द्वारा किया गया। रात्रि मिस्सा की अगुवाई फा. पुनीत ने किया और मिस्सा में फा. अरविंद से अपने संदेश द्वारा क्रिसमस के सही अर्थ को समझाने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि क्रिसमस ना केवल नए कपड़े पहनने का त्यौहार है बल्कि क्रिसमस एक दूसरे के बीच में खुशी बांटने का त्यौहार है। मिस्सा बलिदान में पल्ली पुरोहित श्रध्येय फा. चार्ल्स खलखो, रेक्टर फा. माइकल, फा. अरविंद फा. सचिन, फा. दीपक, डीकन रोशन और अन्य पुरोहितगण मौजूद रहे। धर्मबहनों और विश्वासिइयों ने भक्ति पूर्वक मिस्सा बलिदान में भाग लिया। युवा संघ ने गीतों के द्वारा मिस्सा बलिदान को और भी अधिक भक्तिमय बनाया। रात्रि मिस्सा के बाद युवाओं ने केक काटकर और नाचते हुए मुक्तिदाता के आगमन के इस पर्व को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया।
सुबह का समारोही मिस्सा पल्ली पुरोहित श्रध्येय फा. चार्ल्स खलखो के द्वारा संपन्न की गई।

Christmas Gathering, 2022

It was on 18th of December where Kokar Parish celebrated the Christmas Gathering organized by the Parish Youth in Don Bosco School Assembly Ground at 2:00pm to 5:00pm, All the Parishners of the Parish participated on it. The Major Events of the Day was 1. Crib Making  and Dance Competition for the Youth of Parish Tola, Carol Song for Catholic Sabha and Mahila Sangh. It was concluded by the prize Distribution :- Crib Making First Prize- Chunna Bhatt, Second Prize- Bandhgari Mariyam Toli, Third Prize – Tiril Sarna Toli, For the Dance Competition, First Prize- Chunna Bhatta, Second Prize- Bandhgari Mariyam Toli, third Prize Pahan Toli. For the Carol Singing competition Frist Prize – Maryam Toli, Second Prize – Doamba & PahanToli, Third Prize- Chunna Bhatta and the other Participants received the consolation Prized.

PROGRAM LIST

  • Crib Competition
  • Welcoming the Guest (Fr. Provincial & Vice Provincial ) (Badges & Flowers)
  • Lighting the Candle
  • Welcome Song (Youth)
  • Dance by Mahila Sangh (BIT Rudiya)
  • Message by Rector (Fr. Michael)
  • Dance – Doamba
  • Carol  – Mission Colony
  • Dance – Shanti Nagar
  • Message by Mrs Silviya (Mahila Sangh President)
  • Carol – Shanti Nagar
  • Dance – ChunaBhatta
  • Carol – Xavier Nagar
  • Message by Albert Bilung (Sponsor)
  • Dance – Mission Colony
  • Carol – Doamba
  • Dance – Xavier Nagar
  • Message by Paul (Catholic Sabha)
  • Carol – ChunaBhatta
  • Dance – Pahan Toli
  • Carol – Tiril
  • To honour the sponsors (by Youth Committee)
  • Dance – Tiril
  • Carol – Mariyam Toli
  • Message by Preem (Sponsor)
  • Dance – Mariyam Toli
  • Carol – Pahan Toli
  • Message by Charles (Parish Priest)
  • Prize Distribution (Youth)
  • Thanksgiving (Youth)

Christmas Gathering for Catechism Children

Christmas gathering was celebrated by catechism children on 11th December 2022. The main celebration started with the Holy Eucharist Mass, the Mass was conducted by Fr. Babu Varghese. after the Holy Mass, all children gathered in the Parish hall for the cultural program began. The program was conducted by Catechism teachers. Chief guests were Sister Edith Lakra, Sister Roshini, Sister Amrita, Fr. Babu Varghese, Fr. Abhay Minz, and Fr. Charles Xalxo.

ख्रीस्त राजा पर्व, 2022

ख्रीस्त राजा पर्व दिनांक 20 नवम्बर 2022 को मनाया गया। ख्रीस्त राजा पर्व की तैयारी कोकर पल्ली में एक सप्ताह पहले से ही चल रही थी। ख्रीस्त राजा पर्व में पहली मिस्सा पल्ली पुरोहित फा. चार्ल्स ख़लखो एवं दूसरी मिस्सा सहायक पल्ली पुरोहित फा. अभय मिंज द्वारा किया गया। ख्रीस्त राजा पर्व के लिए गीत अभ्यास युवा संघ पूरा जोरदार तरीके से किए और जुलूस में पूरा धूमधाम से इसकी प्रस्तुति देखने को मिला। ख्रीस्त राजा पर्व जुलूस में शामिल होने के लिए विभिन्न पल्लियों से ख्रीस्त विश्वासी गण भाग लेने के लिए संत मरिया महागिरजाघर के प्रांगण में 12:00 बजे से ही एकत्र होने शरू हो गए थे और जुलूस की शुरुआत दोपहर 1:00 बजे की गई। जुलूस की शुरुआत प्रार्थना युवा संघ द्वारा की गई और कोकर पल्ली वासियों को 25वाँ स्थान पर जुलूस में शामिल होने के लिए जगह दी गई थी।कोकर पल्ली के सभी विश्वासी गण रोजरी करते हुए जुलूस में आगे बढ़े और यह जुलूस संत मरिया महागिरजाघर से शुरु हुआ जुलूस क्रमशः सर्जना चौक, अल्बर्ट एक्का चौक, लालपुर चौक, डांगराटोली चौक होते हुए लोयोला मैदान में प्रवेश किया। इस जुलूस में कोकर पल्ली के ख्रीस्त विश्वासियों ने भी बड़े हर्षोल्लास के साथ प्रभु येसु ख्रीस्त की जय जयकार करते हुए, ख्रीस्त हमारा राजा है का नारा लगाते हुए, भजन के साथ नाचते गाते हुए अपनी सहभागिता दिखाई। और यह जुलूस लोयोला मैदान तक किया गया, जुलूस में शामिल सभी विश्वासी गण लोयोला मैदान पहुँच जाने के बाद पवित्र साक्रामेन्ट की आराधना की गई और इस प्रकार ख्रीस्त राजा पर्व सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

Children's Day, 2022

बाल दिवस ‘संडे क्लास’ द्वारा 13 नवम्बर 2022 को मनाया गया। वहाँ लगभग 300 बच्चों ने उल्लास पूर्वक भाग लिया। मिस्सा का संचालन पल्ली पुरोहित श्रधेय फा. चार्ल्स ख़लखो द्वारा किया गया, मिस्सा उपरांत बच्चों को नास्ता दिया गया, इसके तुरंत बाद संस्कृति कार्यक्रम शुरुआत की गई, रंगमंच का संचालन सुश्री अल्का और नमिता द्वारा किया गया, बहुत सारे रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए:

1.) मंगलाचरण नृत्य
2.) स्वागत गान ( शिक्षकों द्वारा प्रस्तुत किया गया)
3.) नृत्य (बच्चों द्वारा)
4.) एकल नृत्य (मिस अंजली)
5.) सांस्कृतिक नृत्य (संत विंसेंट डी पॉल सिस्टर्स )
6.) एक्शन सॉन्ग (Action song)
7.) नृत्य (सोनल एवं नमिता)
8.) नृत्य (शिक्षकों द्वारा)

सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बाद बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार के खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, फा. अभय मिंज एवं डिकन रोशन टोप्पो की देख रेख में हुआ। फा. पुनीत और फा. अरविंद ने भी अपनी उपस्थिति दे कर बच्चों का उत्साह बढ़ाया। बच्चों को चार दल में विभाजित किया गया था।

खेल के प्रकार:
(क.) बिस्किट और जलेबी रेस
(ख.) इन एंड आउट गेम
(ग.) गेंद पास गेम ( tunnel ball)
(घ.) वॉटर बैल्लुन थ्रो ( water balloon throw)
(ङ.) स्पंज बॉल को बाल्टी में डालना
(च.) बैल्लुन फूलाकर फोड़ना।

खेल समाप्ति के बाद सभों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई थी, सभों ने भोजन का खूब आनंद लिया, भोजन के बाद सहायक पल्ली पुरोहित अभय मिंज के द्वारा पुरस्कार का वितरण किया गया। और अंत में सभी बच्चों के साथ शिक्षकों ने मिल कर खूब मस्ती किए। इस प्रकार बाल दिवस कार्यक्रम का समापन हुआ ।

Jhaan Youth Meet 2022

We the youth (2 boys and 3 Girls) of Kokar Parish participated on 4th October 2022 Third JHAAN Youth Convention 2022 ( Jharkhand And Andaman consisting of Ranchi Archdiocese, Gumla Diocese, Simdega Diocese, Khunti Diocese, Daltonganj Diocese, Hazaribagh Diocese, Jameshedpur Diocese, Dumka Diocese and Port-Blair Diocese) held at St. Joseph’s School, Mahuadanr, District – Latehar in Jharkhand. It belongs to the Diocese of Daltonganj whose apostolic administrator is Rev. Bishop Theodore Mascarenhas, who is also the apostolic administrator of the Archdiocese of Ranchi. This program is a great event in which around 5500 youths from 8 Dioceses of Jharkhand participated. St. Joseph Parish belongs to Chhechhari Deanery. There are nine parishes in this deanery. This whole big area is evangelized by Fr. Constant Lievence SJ who said, “ Let the fire burn.” So, the theme of the JHAAN Youth Meet/Convention was “Let the fire burn”. All the resource persons in this meet were to give the message on Christian faith. The most significant point of this event was that all the JHAAN Bishops were with Youth on 4th Oct. 2022 and gave their message to the youth and on 5th Oct. His Excellency The Most Rev. Leopoldo Girelli, Nuncio to India and Nepal was with the youth for the Eucharistic celebration and thereafter he gave his message to the JHAAN youth and thereafter JHAAN Youth Meet was concluded. In the JHAAN Youth 200 fathers and sisters and 200 volunteers were present.

Bosco Milan 2022

Bosco Milan 5 से 8 अक्टूबर 2022 को गुमला में आयोजित किया गया था | 12 परीश  से युवा में सम्मिलित हुए थे। इस समारोह में कई कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं रखी गई थी जिसमें सबसे प्रमुख 

1 आदिवासी नृत्य प्रतियोगिता 

2 बाइबिल और बॉस्को क्विज

3 बॉस्को को पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता

4 आदिवासी फैशन शो प्रतियोगिता  थी|

Youth Leaders and Animators Formation Programee

जो कि 24 से 25 सितंबर 2022 तक था जिसमें एक लीडर को कैसा होना चाहिए उसमें क्या-क्या क्षमता होनी चाहिए एक दूसरे बीच कैसे बात व्यवहार होना चाहिए यह सारी बातें हमें इस सेमिनार में सीखने मिला |

Fr. Guido Inter Tola Sports and Game Competition

14 August 2022 रविवार को फादर गिड्डो के उपलक्ष में लड़कों के लिए वॉलीबॉल और लड़कियो के लिए पीठों खेलप्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसमें हर एक टोला के युवाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था

चित्रांकन प्रतियोगिता

दिनांक 10 जूलाई 2022 रविवार |

पल्ली पुरोहित, सहायक पल्ली पुरोहित एवं युवा संघ के कार्यकारिणी सदस्यों के द्वारा हमारे कोकर पल्ली के युवाओं के लिए चित्रांकन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया इस प्रतियोगिता में सभी गाँव से प्रतिभागियों ने भाग लिया, भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों का पंजीकरण किया गया पंजीकरण शुल्क मात्र 20 /- रु. प्रति व्यक्ति लिया गया। पंजीकरण होने के बाद सभी प्रतिभागी प्रतियोगिता होने वाले कक्ष में चले गए, और हमारे सहायक पल्ली पुरोहित ने सभी प्रतिभागियों को प्रतियोगिता में होने वाले नियम व शर्तें बतायी गई एवं चित्रांकन के लिए भला गडेरिया का चित्र हमारे सहायक पल्ली पुरोहित के द्वारा दिया, यह चित्रांकन प्रतियोगिता में किसी भी गाँव या किसी भी प्रतिभागी को पहले से इसकी जानकारी नहीं दी गई थी कि किसका चित्र बनाना है यह चित्रांकन प्रतियोगिता शुरू होने से ठीक पहले चित्रांकन कक्ष में उपलब्ध करायी गई। और साथ ही साथ पेन्सील, बड़, कटर और चित्र बनाने के लिए विशेष प्रकार का कागज जिसपर चित्राकन बनाया जाता है उपलब्ध करायी गयी थी। यह सब हमारे पल्ली के पुरोहित के द्वारा दिया गया था।चित्रांकन प्रतियोगिता में चित्र बनाने के लिए एक घंटा का समय दिया गया, जिसमें 11:10 बजे पूर्वाह्न से 12:20 बजे दोपहर तक का समय दिया गया, जो 10 मिनट का अतिरिक्त समय दिया गया है यह इसलिए क्योंकि बहुतों का चित्राकन पूरा नहीं हो पाया था। समय पूरा होने के बाद सभी लोगों से बनाया गया चित्रांकन, पेन्सील, रबड़ और कटर जमा कर लिया गया।जितने भी प्रतिभागी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आए थे और जो लोग इस कार्य को सफल बनाने के लिए कार्य कर रहे थे सभी लोगों के लिए चाय बिस्कुट की व्यवस्था की गयी थी सभों ने प्रतियोगिता समाप्त होने के बाद चाय बिस्कुट का आनन्द लिया और अपने अपने घर की ओर प्रस्थान किए।

बरियातु युथ मीट

दिनांक 10 जून – 13 जून 2022 तक  |

SYM दिल्ली प्रोभींस  के युथ कोडीनेटर फा. दीपक किंडो द्वारा  बरियाल में SYM लीडरशीप प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इसमें लगभग 10 पारिस से लोग इस प्रोग्राम में भाग लिए, इस प्रोग्राम में सभी पारिस से लीडरस को बुलाया गया तथा हमें लीडरसीप कैसे करना चाहिए   तथा हमें किस प्रकार से कार्य करना चाहिए  इस बारे में हमें जानकारी दी गई।

विदाई समारोह

दिनांक 5 जून 2022 दिन रविवार 

चर्च हॉल में हमारे चर्च के नए युवाओं का स्वागत, फा. दया सागर एवं फा. जेरी का विदाई एवं पूर्व युवा समिति सदस्य का धन्यवाद प्रोग्राम आयोजित किया गया था। सुबह 11:30 कार्यक्रम शुरू हुआ। दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम की शुरूआत हुई। प्रत्येक टोला से प्रोग्राम प्रस्तुत किया गया। अतिथि डेविड मड़की एवं फादरों ने सुन्दर संदेश दिए। 4:45 में प्रोग्राम समाप्त हुआ। उसके बाद सभी ने स्वादिष्ट भोजन ग्रहण किया। भोजन ग्रहण करने के बाद सभी ने बहुत नाचा इस तरह से यह प्रोग्राम अच्छी तरह सफल रहा।

संत जोसेफ पर्व

1 मई 2022 को संत जोसेफ का पर्व बाबा दिवस के रुप में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। दूसरी मिस्सा पिताओं को समर्पित रहा। जिसके मुख्य अनुष्ठान पल्ली पुरोहित श्रध्येय फा. चार्ल्स खलखो रहे। जिसमें लगभग 300 पिताओं ने अपनी उपस्थिति से पर्व को अत्यंत आकर्षक बनाया। फा. दयासागर की अगवाई में युवाओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम किया गया। स्वागत गान पिताओं का मन मोह लिया, वहीं नृत्य ने उन्हें विशिष्ट अनुभव कराया। सभी पिताओं को प्रेम का चिन्ह गुलाब फूल देकर सम्मानित किया गया और उपहार स्वरूप रोजरी एवं संत जोसेफ से प्रार्थना के लिए प्रार्थना कार्ड का वितरण किया गया। इस दिन विशेष तौर पर हर पिताओं के अच्छे स्वास्थ्य, उनके समर्पित जीवन और संत जोसेफ के समान गुण के साथ परिवार की अगुवाई के लिए प्रार्थना की गई। अंत में एक्शन सॉन्ग के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।

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